यूँ तो जीवन में हर किसी के साथ अतीत जुडा होता ही है, लेकिन अतीत की कुछ घटनाएँ सुखद या दुखद यादें बनकर ता उम्र हमारे साथ बनी रहती है। अतीत के पन्नो से मैं आपको कुछ ऐसे व्यक्तिगत अनुभवों से रूबरू कराने का प्रयास करूँगा, जो नितांत व्यक्तिगत होते हुए भी सामाजिक सरोकारों से जुड़े हुए है।
No comments:
Post a Comment