Thursday, September 10, 2009

नो सितम्बर साल, दो हज़ार नो, अदालत में एक अहम् फ़ैसला सुनाया जाना है, हालाकि अदालत में इस फैसले को सुनने वालो की भीड़ नही है, क्योकि मामला हाई प्रोफाइल फॅमिली से जुड़ा होने की बजाये लोअर फॅमिली का है।

मुझे इसमे इंटरेस्ट है, सो मैं मोजूद था। कटघरे में खडे अधेड़ को सुना जा रहा था,

जज साब फ़ैसला सुना रहे थे की ऐसे लोग समाज परबोझ है। चंद रुपयों के लिए बेटी को मार डाला। रूपये भी चाहिए थे तो वो शराब पीने के लिए, मजूरी बीवी बच्चे करते है, ऐसे बदजात लोग उनकी मजूरी को भी सराब में उडा डालते है। यह कहते हुए जज साब ने मुजरिम को आजीवन कारावास की सजा सुना दी। फैसले की तारीफ करने के लिए अदालत में भीड़ तो नही थी लकिन जज के चहरे पर ख़ुद के फैसले को लेकर निस्व्हिंत्ता के भावः दिखे। हालात मुकदमा कुछ इस प्रकार था।

दस जुलाई २००८ को सूर्य विहार का रहने वाला होराम अपनी १४ साल की बेटी प्रीती को बेरेह्मे से पीट रहा है। बेटी को बाप के हाथो बचने के के लिए उसकी माँ भी पति से भीड़ रही है, लकिन नशे में धुत होराम को कुछ नही धिखायी दे रहाबेटी को हरामजादी के नाम से संबोधीत करते हुए होराम ने उसी की चुन्नी से उसी का गला दबा रखा है। बेटी थोडी देर में दम तोड़ देगी इस बात से बेफिक्र होराम बार यही कहे जा रहा था की हरामजादी रूपये मुझे नही देगी, देखता हु तुझे आज कौन बचाता है। होराम के हाथ बेटी के गले पर और मजबूत होते चले गए, कुछ देर में बेटी निढाल हो गई। माँ चिल्लाती रही की कोई बचो उसकी बच्ची को, राक्षस ने मार डाला।

.........जब तक लोग आए तब तक बेटी मर चुकी थी।

8 comments:

  1. आपका हिन्दी चिट्ठाजगत में हार्दिक स्वागत है. आपके नियमित लेखन के लिए अनेक शुभकामनाऐं.

    एक निवेदन:

    कृप्या वर्ड वेरीफीकेशन हटा लें ताकि टिप्पणी देने में सहूलियत हो. मात्र एक निवेदन है बाकि आपकी इच्छा.

    वर्ड वेरीफिकेशन हटाने के लिए:

    डैशबोर्ड>सेटिंग्स>कमेन्टस>Show word verification for comments?> इसमें ’नो’ का विकल्प चुन लें..बस हो गया..कितना सरल है न हटाना और उतना ही मुश्किल-इसे भरना!! यकीन मानिये!!.

    ReplyDelete
  2. स्वागत है। यूं ही दुनिया के ढर्रे से रू-ब-रू कराते रहिए।

    ReplyDelete
  3. आपका स्वागत है.......भविष्य के लिये ढेर सारी शुभकामनायें.

    ReplyDelete
  4. thanks to all my well wisher. i feel very well for urs appriciation.

    ReplyDelete
  5. बहुत ही सुंदर, भावपूर्ण और प्यारी रचना लिखा है आपने!ahut Barhia...aapka swagat hai...


    http://sanjaybhaskar.blogspot.com

    ReplyDelete
  6. सुंदर रचना
    आपका स्वागत है
    ढेर सारी शुभकामनायें.



    *********************************
    प्रत्येक बुधवार सुबह 9.00 बजे बनिए
    चैम्पियन C.M. Quiz में |
    प्रत्येक रविवार सुबह 9.00 बजे शामिल
    होईये ठहाका एक्सप्रेस में |
    प्रत्येक शुक्रवार सुबह 9.00 बजे पढिये
    साहित्यिक उत्कृष्ट रचनाएं
    *********************************
    क्रियेटिव मंच

    ReplyDelete